ताज़ा ख़बरें

अपने धर्म का पालन करते हुए मर जाना परधर्म में रहकर जीने से श्रेष्ठ है – वेदांताचार्य गिरिराजजी शास्त्री,

धर्म आस्था..

एडिटर/संपादक-तनीश गुप्ता✍️

अपने धर्म का पालन करते हुए मर जाना परधर्म में रहकर जीने से श्रेष्ठ है – वेदांताचार्य गिरिराजजी शास्त्री,

खंडवा ।। पूर्वनिमाड़ सामाजिक सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा प्रतिवर्ष गीता जयंती महोत्सव मनाया जाता है, सरस्वती शिशु मंदिर कल्याणगंज में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ौदा के वेदांताचार्य गिरिराज जी शास्त्री ने कहा कि नाम की बड़ी महत्ता है, इसलिए भगवान श्रीकृष्ण को अलग-अलग समय काल परिस्थिति के अनुसार अलग-अलग नाम से बुलाया गया । हम हमारे मूल से छुटते जा रहे हैं क्योंकि हम अपने शास्त्रों से दूर होते जा रहे हैं । यदि प्रभु स्वयं भागवत गीता के रूप में हमें ज्ञान दे रहे हैं तो फिर हम बीच के आडंबरों में क्यों उलझे हैं । मृत्यु को उत्सव बनाने वाला शास्त्र भागवत गीता है । जब तक दुर्बुद्धि नहीं हटेगी तब तक सद्बुद्धि का प्रवेश हममें नहीं होगा । सनातन तो विश्व नहीं था तब भी था अतः सनातन को कोई चुनौती नहीं दी जा सकती । पद पर बैठा हुआ व्यक्ति श्रेष्ठ ही हो ये आवश्यक नहीं है । ऋषि तो वह है जो विद्वान और श्वान को एक दृष्टि से देखें । जो सही गलत का अर्थ समझते हुए अपना जीवन उत्तम कल्याण के लिए आवश्यक कार्य करें वही पंडित हैं । हम बंटे इसलिए क्योंकि हमारे दृष्टि में भेद आ गया है । हमको जो गलत इतिहास पढ़ाया गया है वह सनातन को समाप्त करने का मूल षड्यंत्र है । हमारे संस्कारों को बढ़ाने वाली दादी-नानी की कहानी समाप्त हो रही है । सरकार को स्कूली शिक्षा में श्रीमद् भागवत गीता का अध्ययन अनिवार्य करना चाहिए । प्रसिद्ध होने के लिए सिद्ध होना आवश्यक नहीं है और जो सिद्ध है वह प्रसिद्ध हो ये आवश्यक नहीं हैं । अहंकारी के सामने झुकना उसके अहंकार को बढ़ावा देता है । यदि हमारे बच्चों को गीता पढ़ाना शुरू कर दिया तो कोई बंटेगा नहीं, शिक्षा में वीर रत्नों को पढ़ाना शुरू करें। नकारात्मकता को सकारात्मक में बदलने वाला ग्रंथ है गीता, कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया । समापन पर नर्मदा के प्रसिद्ध संत सियाराम बाबा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई । कार्यक्रम में महापौर अमृता यादव, नैना चौहान, रिया चौहान, रामचंद्र मौर्य, आशीष चटकेले, मंगलेश शर्मा, अरुण बाहेती, पंकज शाह, सुधीर दलाल, वरुण अग्रवाल, मंगल यादव, मनीषा पाटिल, चारुलता यादव, सीमा भावसार, चेतना शर्मा, सुरेंद्र सोलंकी, अंजलि कानूनगो, तनुजा शाह, ममता बोरसे, त्रिलोक पटेल, दिनेश पालीवाल, अनिल बाहेती, सुनील जैन, अमित पालीवाल, पूजा जैन, रितेश चौहान, मंगलेश तोमर, आनंद अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में नगरजन सम्मिलित हुए कार्यक्रम का संचालन भूपेंद्र सिंह चौहान ने किया आभार आशीष अग्रवाल ने व्यक्त किया ।

Show More
Back to top button
error: Content is protected !!